हृदय विदारक घटनाएं से सबक लेना होगा।।
१.बहकों मत बहन बेटियों,कुल को समझो ख़ास।
पैंतीस टुकड़ों में कटा,श्रद्धा का विश्वास।
2.भरोसा मत कीजिए,सब पर आंखें मींच।
स्वर्ण मृग के भेष में,आ सकता मारीच।
3.मां बाप के हृदय से,गर निकलेगी आह।
कभी सफल होगा नहीं,ऐसा प्रेम विवाह।
4.आधुनिकता के समर्थकों,इतना रखना याद।
बिन मर्यादा आचरण,बिगड़ेगी औलाद
5.जीवन स्वतंत्र...
पैंतीस टुकड़ों में कटा,श्रद्धा का विश्वास।
2.भरोसा मत कीजिए,सब पर आंखें मींच।
स्वर्ण मृग के भेष में,आ सकता मारीच।
3.मां बाप के हृदय से,गर निकलेगी आह।
कभी सफल होगा नहीं,ऐसा प्रेम विवाह।
4.आधुनिकता के समर्थकों,इतना रखना याद।
बिन मर्यादा आचरण,बिगड़ेगी औलाद
5.जीवन स्वतंत्र...