भारत बन्द
आज भारत बंद है,
प्रश्न अति ज्वलंत है !
कृषक की किसानी पर,
काले कानून आतंक है !!
अन्न जो उगाते है,
भर पेट जो खिलाते है !
उन्हीं के उदर भरण पर,
ये कानून गदाएं चलाते है !!
इन्हीं के पुरजोर विरोध में,
खेत खलियान सब रोष में !
आर पार के जोश में,
सरकार आये होश में !!
अन्नदाता को रुसाना,
अन्नदाता को रुलाना !
अपने पैर खुल्हाड़ी जैसा
चाहता मैं याद दिलाना !!
भारत बंद इशारा है,
इशारे को समझ लेना !
लोभ लालच के गलियारों का,
मुनाफे सिवा न लेना देना !!
देश की आन - बान - शान,
मजदूर - किसान - जवान ।
जय मजदूर, जय किसान, जय जवान,
जय जय हिंदुस्तान, जय जय हिंदुस्तान ।।
प्रश्न अति ज्वलंत है !
कृषक की किसानी पर,
काले कानून आतंक है !!
अन्न जो उगाते है,
भर पेट जो खिलाते है !
उन्हीं के उदर भरण पर,
ये कानून गदाएं चलाते है !!
इन्हीं के पुरजोर विरोध में,
खेत खलियान सब रोष में !
आर पार के जोश में,
सरकार आये होश में !!
अन्नदाता को रुसाना,
अन्नदाता को रुलाना !
अपने पैर खुल्हाड़ी जैसा
चाहता मैं याद दिलाना !!
भारत बंद इशारा है,
इशारे को समझ लेना !
लोभ लालच के गलियारों का,
मुनाफे सिवा न लेना देना !!
देश की आन - बान - शान,
मजदूर - किसान - जवान ।
जय मजदूर, जय किसान, जय जवान,
जय जय हिंदुस्तान, जय जय हिंदुस्तान ।।