सब्र ए ताब रखं, मैं फरिश्ता नही कोई
क़ुदरत-ए-ख़ालिक़ का क्या तमाशा देखू
खतावार ए बता तुझे किसकी दु्हाई दे दूं
मैने लोगो से तुझे ये कहते सुना हैं
वो कोई नही हैं मेरा, फकत पहचान में हूं
मैंने इबादत में...
खतावार ए बता तुझे किसकी दु्हाई दे दूं
मैने लोगो से तुझे ये कहते सुना हैं
वो कोई नही हैं मेरा, फकत पहचान में हूं
मैंने इबादत में...