तमाशे के लिए नाम
वो गुनहगार ढूंढते है
निशाने के लिए एक नाम ढूंढते है
उसकी पहचान पर हजारों सवाल खींचते है
उसके गुनाह में
धर्म जाति लिंग की लकीर खींचते है
इस सारे तमाशे में
गुनाह की ओर के दरवाजे नही दिखते
उस तक ले जाने वाले हाथ नही दिखते
दूर कही नजरे गडाए रखते...
निशाने के लिए एक नाम ढूंढते है
उसकी पहचान पर हजारों सवाल खींचते है
उसके गुनाह में
धर्म जाति लिंग की लकीर खींचते है
इस सारे तमाशे में
गुनाह की ओर के दरवाजे नही दिखते
उस तक ले जाने वाले हाथ नही दिखते
दूर कही नजरे गडाए रखते...