धर्म औ जाती।
धर्म और जाति
झुका लेता हूं अपना सर
में सारे धर्म स्थलों के आगे
क्यूं की मेरा धर्म मुझे किसी
के धर्म और जाति का
अपमान करना नहीं सिखाता
धर्म और जाति का
वरण इन्सानों ने किया है
अगर में हात जोडू तो पूजा
कहलाएगी, हात खोलूं तो ...
झुका लेता हूं अपना सर
में सारे धर्म स्थलों के आगे
क्यूं की मेरा धर्म मुझे किसी
के धर्म और जाति का
अपमान करना नहीं सिखाता
धर्म और जाति का
वरण इन्सानों ने किया है
अगर में हात जोडू तो पूजा
कहलाएगी, हात खोलूं तो ...