ख़त
सब लिखे हुए
मिटा दिए हमने
ख़त तिरे गंगा में
बहा दिए हमने
और उस पे ये
इल्ज़ाम अपने सर रखा
जितने भी लोग थे
सब...
मिटा दिए हमने
ख़त तिरे गंगा में
बहा दिए हमने
और उस पे ये
इल्ज़ाम अपने सर रखा
जितने भी लोग थे
सब...