...

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एक नयी मंजिल
जिंदगी ने एक दिन कहाँ चल तुझे खुद से मिलती हूं
जो तुझे अपने लगते हैं
उनके नये चहरे दिखती हूँ
हाँ तू बिखर जाएगा अपनों की सच्चाई देख कर
पर उन दुःखों से तुम निकल जाओगे
जिस तरह सूरज चमकता है
तुम भी चमक जाओगे
उस दिन तुम मुझे समझ पाओगे
चल जो अभी नहीं हैँ तेरी उस मंजिल से मिलती हूँ
चलो तुम्हें एक नई जिंदगी से मिलती हूँ!

© amy_s