एक नयी मंजिल
जिंदगी ने एक दिन कहाँ चल तुझे खुद से मिलती हूं
जो तुझे अपने लगते हैं
उनके नये चहरे दिखती हूँ
हाँ तू बिखर जाएगा अपनों की सच्चाई देख कर
पर उन दुःखों से तुम निकल जाओगे
जिस तरह सूरज चमकता है
तुम भी चमक जाओगे
उस दिन तुम मुझे समझ पाओगे
चल जो अभी नहीं हैँ तेरी उस मंजिल से मिलती हूँ
चलो तुम्हें एक नई जिंदगी से मिलती हूँ!
© amy_s
जो तुझे अपने लगते हैं
उनके नये चहरे दिखती हूँ
हाँ तू बिखर जाएगा अपनों की सच्चाई देख कर
पर उन दुःखों से तुम निकल जाओगे
जिस तरह सूरज चमकता है
तुम भी चमक जाओगे
उस दिन तुम मुझे समझ पाओगे
चल जो अभी नहीं हैँ तेरी उस मंजिल से मिलती हूँ
चलो तुम्हें एक नई जिंदगी से मिलती हूँ!
© amy_s