अपना दर्द
अपना दर्द कोई नही बता पाता ,
की वो कितना तकलीफ में है।
दूसरो के सामने मुस्कुराते है हम ,
लेकिन अंदर से बहुत दर्द होता है ।
अकेले में रोना आता है ,
हमे कोई नही समझ पाता ।
बिना गलती के जब कोई बोलता है ,
तब हमे बहुत दर्द होता है ।
ऐसा लगता है हम किसी के लायक नही है।
की वो कितना तकलीफ में है।
दूसरो के सामने मुस्कुराते है हम ,
लेकिन अंदर से बहुत दर्द होता है ।
अकेले में रोना आता है ,
हमे कोई नही समझ पाता ।
बिना गलती के जब कोई बोलता है ,
तब हमे बहुत दर्द होता है ।
ऐसा लगता है हम किसी के लायक नही है।