yaad
सार्वजनिक विचार...⊙
किसी को याद करने की भी...
अवधि होनी चाहिए...
कि समय समाप्त हो तो...
अवधि भी #समाप्त_हो_जाए...
अंततः कब तक इंसान...
किसी की याद ही में दिया जाये...
और अगर ऐसा है तो...
इसका कम से कम कोई...
समय तो निर्धारित हो...
वास्तव में हम ये जानते हुए भी...
कि वो व्यक्ति लौटकर न आयेगा...
किन्तु हम उसकी प्रतीक्षा में...
अपना समस्त जीवन...
किसी #तपस्या_की_भाँति...
विरह के अग्निकुण्ड में...
दकेलकर नष्ट करने के लिए...
सदैव तत्पर रहते हैं...
क्या ये किसी...
किसी को याद करने की भी...
अवधि होनी चाहिए...
कि समय समाप्त हो तो...
अवधि भी #समाप्त_हो_जाए...
अंततः कब तक इंसान...
किसी की याद ही में दिया जाये...
और अगर ऐसा है तो...
इसका कम से कम कोई...
समय तो निर्धारित हो...
वास्तव में हम ये जानते हुए भी...
कि वो व्यक्ति लौटकर न आयेगा...
किन्तु हम उसकी प्रतीक्षा में...
अपना समस्त जीवन...
किसी #तपस्या_की_भाँति...
विरह के अग्निकुण्ड में...
दकेलकर नष्ट करने के लिए...
सदैव तत्पर रहते हैं...
क्या ये किसी...