...

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Meri Kalpana
मै चिटका काले बादल सा
तू उनमें से आती धूप है,

न है कोई अस्तित्व तेरा
न तेरा कोई रूप है ,

है तेरे बिना सब अपूर्ण यहां
तेरे होने से सब पूर्ण है,

न होते हुए भी कुछ
तू एक तरह का संपूर्ण है ,

न है कोई अस्तित्व तेरा
न तेरा कोई रूप है ,

मै चिटका काले बादल सा
तू उनमें से आती धूप है,

में बेमतलब...