भावनाओं का पिंजरा।
कहते चार दिन की ही ज़िंदगी,
चार दिन की चाँदनी रातें होती।
जीवन बीत गया व्यर्थ ये सारा,
जीवन अमूल्य न मिले दोबारा।
हम सभी की ज़िंदगी में...
चार दिन की चाँदनी रातें होती।
जीवन बीत गया व्यर्थ ये सारा,
जीवन अमूल्य न मिले दोबारा।
हम सभी की ज़िंदगी में...