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wo kuch iss tarah khas ban gaya ❤️
भटके हुए मुसाफिर का तू बसेरा बन गया,
मेरी अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया।
मेरी जिंदगी में तू आया है कुछ इस तरह जैसे कब्र में पड़ी लाश को सांसों का सहारा मिल गया ।
मैं वो काली घनी रात में बादल में छुपा हुआ चांद था,
तुम्हारी प्यार की हवाओ ने उसे तारो से रोशन कर दिया
उस ने इस ना चीज को उतना खास बना दीया,वो कुछ इस तरह इतना खास बन गया,
जैसे तू मेरे लिए मेरी जान बन गया ।
© feelshr❤️
मेरी अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया।
मेरी जिंदगी में तू आया है कुछ इस तरह जैसे कब्र में पड़ी लाश को सांसों का सहारा मिल गया ।
मैं वो काली घनी रात में बादल में छुपा हुआ चांद था,
तुम्हारी प्यार की हवाओ ने उसे तारो से रोशन कर दिया
उस ने इस ना चीज को उतना खास बना दीया,वो कुछ इस तरह इतना खास बन गया,
जैसे तू मेरे लिए मेरी जान बन गया ।
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