बिखरे रिश्ते 🍂🥀
खुश हु मै अब ,
ये मेरे चेहरे की मुस्कुराहट बोलती है ।
पर ये वो खुशी नही ,
जो मेरी आंखे खोजती है ।
लफ्ज़ तो छुपा लेते है गम मेरा ,
पर अकेले में ये आंखे बोलती है ।
यूं तो खुश ही रहती हु मै ,
लेकिन हो जाए जो जिक्र तुम्हारा ,
तो हर वक्त वो बिखरा रिश्ता खोजती हैं ।
वक्त से वो लम्हे चुराकर ,
फिरसे उनको जीना चाहती है ।
मुस्कुराहट तो आज भी है ,
पर फिरसे पहले की तरह दिल से खुश होना चाहती हैं ।
© Saumya singh
ये मेरे चेहरे की मुस्कुराहट बोलती है ।
पर ये वो खुशी नही ,
जो मेरी आंखे खोजती है ।
लफ्ज़ तो छुपा लेते है गम मेरा ,
पर अकेले में ये आंखे बोलती है ।
यूं तो खुश ही रहती हु मै ,
लेकिन हो जाए जो जिक्र तुम्हारा ,
तो हर वक्त वो बिखरा रिश्ता खोजती हैं ।
वक्त से वो लम्हे चुराकर ,
फिरसे उनको जीना चाहती है ।
मुस्कुराहट तो आज भी है ,
पर फिरसे पहले की तरह दिल से खुश होना चाहती हैं ।
© Saumya singh