सरमाया
फिर इक आज नया ज़ख्म खाया है,
फिर आज मुझे तेरा ख़्याल आया है।
अश्क आंखों में लबों पर तब्बसुम हैं,
देखो तूम ने मेरा क्या हाल बनाया है।
रंग-ओ-बू फैल...
फिर आज मुझे तेरा ख़्याल आया है।
अश्क आंखों में लबों पर तब्बसुम हैं,
देखो तूम ने मेरा क्या हाल बनाया है।
रंग-ओ-बू फैल...