सुनो...
सुनो....
चलो मानते हैं वक्त नहीं
पर बेवक्त कभी अपना बनाकर तो देखो
देख लो नज़र भर राह से गुजरते
यूंही राहों का हों जाना वरना हमारा शोख नही
बेस्किमती होगा वो...
चलो मानते हैं वक्त नहीं
पर बेवक्त कभी अपना बनाकर तो देखो
देख लो नज़र भर राह से गुजरते
यूंही राहों का हों जाना वरना हमारा शोख नही
बेस्किमती होगा वो...