“तेरे रोने से डरती हूं”
तुझे एहसास नहीं मेरे दिल का
तू सूरज है मेरे दिन का
तुझपर ही दिन रात मरती हूं
हां तेरे रोने से डरती हूं...
कह दी कभी कोई बात मैंने
लगी हो जा कर दिल पर पैने
कभी तुझे नाराज़ किया करती हूं
लेकिन तेरे रोने पर डरती हूं...
तूझसे ही दुनिया जहान है मेरी
तू...
तू सूरज है मेरे दिन का
तुझपर ही दिन रात मरती हूं
हां तेरे रोने से डरती हूं...
कह दी कभी कोई बात मैंने
लगी हो जा कर दिल पर पैने
कभी तुझे नाराज़ किया करती हूं
लेकिन तेरे रोने पर डरती हूं...
तूझसे ही दुनिया जहान है मेरी
तू...