इश्क
अल्हड़ मिज़ाज में
संजीदगी आ जाना
हां ये इश्क है.....
बहते झरने से
ठहरा समंदर हो जाना
हां ये इश्क है.....
ना मंजिल एक, ना राहें
फिर भी तुझमें खो जाना
हां ये इश्क है...
© monikamalvi 'goonj'
संजीदगी आ जाना
हां ये इश्क है.....
बहते झरने से
ठहरा समंदर हो जाना
हां ये इश्क है.....
ना मंजिल एक, ना राहें
फिर भी तुझमें खो जाना
हां ये इश्क है...
© monikamalvi 'goonj'