रूह
हम सब एक ही रूह के खूबसूरत टुकड़े है , उसके टूटने से ही तो बिखरे है ,
तभी तो कुछ खूबियाँ हममें है तो कुछ तुममें और कुछ औरों में।
खामियाँ नही होती किसी में ,
बस खूबियाँ अलग अलग है।
थोड़े से तुम क़ाबिल हो ,
थोड़ा हमे भी बनने दो।
कुछ खुशियाँ तुम रख...
तभी तो कुछ खूबियाँ हममें है तो कुछ तुममें और कुछ औरों में।
खामियाँ नही होती किसी में ,
बस खूबियाँ अलग अलग है।
थोड़े से तुम क़ाबिल हो ,
थोड़ा हमे भी बनने दो।
कुछ खुशियाँ तुम रख...