...

8 views

रह जाएगी बस यादें
गुजर जायेगी जिंदगी के हर लम्हे एक दिन
रह जायेगी बस यादें!
जैसे बीत गईं बचपन यौवन आने से
ये यौवन भी गुजर जाएगी एक दिन
रह जायेगी बस यादें!
जैसे गुम होते जा रही हैं जुगनू बल्बों की चकाचौंध में
कोयल का वो आमों की बगिया में कूकना , पक्षियों का चहचहाना कही गुम होते जा रही है शायद इनकी भी एक दिन
रह जायेगी बस यादें!
वो दादी नानी के किस्से जो सुनने को आतुर हो जाया करते थे
मासी बुआ अपने हाथो से लकड़ी और कपड़े की गुड़ियां जो हमारे लिए बनाया करती थी
घड़ा का वो पानी जो जिह्वा शीतल कर जाती थीं
इनकी भी एक दिन
रह जाएगी बस यादें!

by_sadhna Kumari
© All Rights Reserved