" तेरा कसूर"
जब से गया है तू मुझको छोड़ कर ऐ-काफ़िर,
मेरा घर ही मेरा मैखाना बन गया,
तू राग बनकर शुरों में मिल गया,
मैं गुनगुनाने वाला एक तराना बन गया,
तू ठिकाना बन गया मुसाफिरों का,
मैं मुसाफिर ठिकाने का दीवाना बन गया,
तू मशहूर हो गया जमाने में,
मैं...
मेरा घर ही मेरा मैखाना बन गया,
तू राग बनकर शुरों में मिल गया,
मैं गुनगुनाने वाला एक तराना बन गया,
तू ठिकाना बन गया मुसाफिरों का,
मैं मुसाफिर ठिकाने का दीवाना बन गया,
तू मशहूर हो गया जमाने में,
मैं...