खाली कुर्सियों की आवाज़ें
#अनुपस्थितगूँज
मैं आया तो,
यूँ लौट गया,
तुम उलझे से देखे मुझको,
मैं आया तो ,वो वक़्त न था,
बेवक़्त सही वो सिखा गया,
तेरे होने का एक कहाँ,
मेरे...
मैं आया तो,
यूँ लौट गया,
तुम उलझे से देखे मुझको,
मैं आया तो ,वो वक़्त न था,
बेवक़्त सही वो सिखा गया,
तेरे होने का एक कहाँ,
मेरे...