मधुर-स्मृति
जीवन की इस बगिया में,एक फूल खिला था प्यारा सा।
महकाया था गुलशन उसने,जीवन उसका न्यारा था।।
माँ की ममता में पल करके, जीवन को आधार दिया।
सबकी आँखों...
महकाया था गुलशन उसने,जीवन उसका न्यारा था।।
माँ की ममता में पल करके, जीवन को आधार दिया।
सबकी आँखों...