आंखें
पानी से भर जाती है ये आंखे,
चाहे गम हो या ख़ुशी की बात हो।
मिटा नहीं करती स्मृति इसकी
चाहे धूप हो या बरसात हो।
पहचान लेती है सब कुछ ये तुरंत
चाहे मित्र का स्नेह हो या...
चाहे गम हो या ख़ुशी की बात हो।
मिटा नहीं करती स्मृति इसकी
चाहे धूप हो या बरसात हो।
पहचान लेती है सब कुछ ये तुरंत
चाहे मित्र का स्नेह हो या...