विधवा
वो फिर से मुस्कुराई
अपने लिए, अपने बच्चों के लिए,
समाज ने उससे याद दिलाया
पति के साथ तुम सती नही हुई तो क्या
अपनी आत्मा को तो मार ही दो
बस इक लाश बनके किसी तरह
काट दो ये ज़िंदगी,
विधवा हो,
जियो मत!
© Atul Mishra
#kalammishraki
अपने लिए, अपने बच्चों के लिए,
समाज ने उससे याद दिलाया
पति के साथ तुम सती नही हुई तो क्या
अपनी आत्मा को तो मार ही दो
बस इक लाश बनके किसी तरह
काट दो ये ज़िंदगी,
विधवा हो,
जियो मत!
© Atul Mishra
#kalammishraki