दिल की आवाज़
शाम ढले खिड़की के पास बैठ कर..
उसका मुझे कुछ पढ़कर सुनाना...
मेरा कोई धुन बीच में ही भूलना...
उसका उस अधूरी धुन को पूरा करना...
उसका थक कर दफ्तर से वापस आना...
मेरा उसे अपनी...
उसका मुझे कुछ पढ़कर सुनाना...
मेरा कोई धुन बीच में ही भूलना...
उसका उस अधूरी धुन को पूरा करना...
उसका थक कर दफ्तर से वापस आना...
मेरा उसे अपनी...