मेरे दिल का दर्द..
मेरे दिल का दर्द,
अब, इतना बढ़
गया है कि, वह
दिखने लगा है,
उन काले काले
बादलों जैसे;
किसी दिन भी ये
तेज़ बारिश के जैसे,
बरसना चाहता है,
आँखों से मेरे, मगर,
सिर्फ़ उसी के सामने,
जहाँ पर, यह खुल
कर बरस सकते हैं.
बिना कुछ सोचे,
बिना किसी भी
प्रकार के संकोच के..
© सुneel
अब, इतना बढ़
गया है कि, वह
दिखने लगा है,
उन काले काले
बादलों जैसे;
किसी दिन भी ये
तेज़ बारिश के जैसे,
बरसना चाहता है,
आँखों से मेरे, मगर,
सिर्फ़ उसी के सामने,
जहाँ पर, यह खुल
कर बरस सकते हैं.
बिना कुछ सोचे,
बिना किसी भी
प्रकार के संकोच के..
© सुneel