अवतार
मोहन का मनभावन है अवतार
किया है जग ने भी स्वीकार
तुम ही सबकी सासो में हो
तुम ही सबके हो प्राण
भोली है सूरत सावरी मूरत
बंसीधर है कृपाल
माखन चोर नटखट है मुरारी
तुम ही हो...
किया है जग ने भी स्वीकार
तुम ही सबकी सासो में हो
तुम ही सबके हो प्राण
भोली है सूरत सावरी मूरत
बंसीधर है कृपाल
माखन चोर नटखट है मुरारी
तुम ही हो...