ग़ज़ल
❤️ग़ज़ल❤️
झगड़ों ने मश्विरा दी है
बढ़ा प्रेम फैसला दी है।
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मंजूर जिसे नही बातें
मरने की सज़ा दी है ।
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जिंदगी नही...
झगड़ों ने मश्विरा दी है
बढ़ा प्रेम फैसला दी है।
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मंजूर जिसे नही बातें
मरने की सज़ा दी है ।
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जिंदगी नही...