शहर में तेरे
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
ख्वाब से ये फसाने है
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
ये बारिश की बुंदे सुहावनी लगने लगी है
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
वफ़ा और इश्क फिजाओं में घुलने लगी है ।
© Medwickxxiv
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
ख्वाब से ये फसाने है
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
ये बारिश की बुंदे सुहावनी लगने लगी है
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
वफ़ा और इश्क फिजाओं में घुलने लगी है ।
© Medwickxxiv