...

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वापसी
#खोईशहरकीशांति

बोझिल हो रही हैं
सांसें मेरी
खुली हवा खुला आसमान चाहिए


भारी हो जाता है
मन मेरा
भीड़ और शोर की दुनियां से दूर
तन्हाई और सुकून चाहिए

चकाचौंध के धोखे से
दूर हो जो
हर तरफ मुस्कान फैली हो जहां
एक ऐसी सीधी सादी सी
ईमानदार जिंदगी मुझे चाहिए

मेरे गांव से शहर आकर
जाना मैने
मुझे गांव की ओर वापसी चाहिए.....


© अपेक्षा