...

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Tubelight
बहुत भीड़ है होती है मेरे
आस-पास
और हम अकेले....,
ऐसा लगता है
जैसे,,
कोई एक आवाज दे ,,
और हम रुक जाएं
पर कोई आवाज तो दे....

कोलाहल भरी सड़क पर
कोई साथ नहीं.....

तभी तुम नजर आए
इस भीड़ में .....

बहुत गहरी सी आंखों वाली
अजीब सा सूनापन, एक तलब सी
एक सम्मोहन सा आमंत्रण
वही
हो न तुम .....हा तुम ही थे
जिसकी आंखें जानी पहचानी लगी थी भीड़ में ,,

और तब मैने कहा भी था
तुम्हारी आँखें बहुत बोलती है

तुमने कहा था तुमने मेरी आँखो से ही मेरे मर्म को महसूस कर लिया,
और कोई है जो नजदीक रहकर भी समझ नही पाता

उस समय
सारी दुनिया से लड़ कर चले आए थे
अपने गुरूर पर भरोसा
करके तेरे दर पर चले आए थे
सबने रोका मगर तुझपे कर के यकीं
छोड़ कर अपना सबकुछ चले आए थे

पर ये क्या तुम भी बिना आवाज दिए ,बिना कुछ कहे,औरो की तरह
पास से गुजर कर फिर से शामिल हो गये भीड़ में,,💔
और मैं फिर से प्रतिक्षारत सा
रह गया ,,
अवाक सा
शायद तुम एक बार पलट के आवाज दोगे मुझे....
बहुत दिनो से यही सोचकर बस इन्तज़ार करता रहा

मैं चल तो रहा हूं
कदम रुके रुके से है....
पर अब थक सा गया हू

सुनो !!!
#tubelight
आवाज दो न
मैं थमना चाहता हूं
अब .......🌹❣️
साथ जीना चाहता हू,
साथ मरना चाहता हू,,

खैर ,,,,,
मुश्किल है अब
शायद,,,,,,
तो कभी लगे
जरूरत सी तो
देना आवाज,,
अपने ही अन्दर,,,
वही मिलूंगा,,
ख्यालो मे 🙏🏻

21-3-2024
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