होली पर्व
होली आई रे ,खुशियां लाई रे ,
प्रेम के रंगो , में डूब जाए रे
अपना ही लगे , हमें संसार सारा।
भाईचारे का , अपनत्व हो जहां।।
मिलजुल कर , हम रहे प्रेम से ,
ऐसा ही परिवार हो हमारा ।
उन मूढ़ मान्यताओं को जलाए होली में,
जो हमारे देश को खोखला बना रही है
छल,कपट, राग, द्वेष, ईर्ष्या का दमन करे होली में
इन कुविचारों और बुराइयों को जलाए होली में ,
दुष्ट चिंतन को दूर कर, सत् प्रेरणा अपनाए हम
श्रेष्ठ विचारों को अपनाकर , दुनिया में फैलाएं हम
अपनों से खुशियों में, रंग जाने का त्योहार है।
रिश्तो में आई मलीनता, दूर करने का पर्व है यह
✍️✍️ O P MEENA ✍️ ✍️
प्रेम के रंगो , में डूब जाए रे
अपना ही लगे , हमें संसार सारा।
भाईचारे का , अपनत्व हो जहां।।
मिलजुल कर , हम रहे प्रेम से ,
ऐसा ही परिवार हो हमारा ।
उन मूढ़ मान्यताओं को जलाए होली में,
जो हमारे देश को खोखला बना रही है
छल,कपट, राग, द्वेष, ईर्ष्या का दमन करे होली में
इन कुविचारों और बुराइयों को जलाए होली में ,
दुष्ट चिंतन को दूर कर, सत् प्रेरणा अपनाए हम
श्रेष्ठ विचारों को अपनाकर , दुनिया में फैलाएं हम
अपनों से खुशियों में, रंग जाने का त्योहार है।
रिश्तो में आई मलीनता, दूर करने का पर्व है यह
✍️✍️ O P MEENA ✍️ ✍️