देश नीति
सदियों तक सिर्फ़ हमे इस्तेमाल किया गया
दिशाहीन पथ पर सिर्फ़ हमें तो चलाया गया।
भ्रम, भय के मकड़ जाल में जकड़ कर तब हमें
पाखंड का सिर्फ़ हमें मूक अनुयायी बनाया गया।
आचार विचार तर्क वितर्क से वंचित रखा गया
कर्म की गति, स्वर्ग नरक से नियंत्रित किया गया।
समाज में निम्नतम स्तर का भाव हमको दिया गया
शिक्षा, दीक्षा, अध्ययन से कोसो दूर किया गया।
इक मसीहा के द्वारा इन बेड़ियों को तोड़ा गया
संघर्ष के बल पर हमे साक्षरता...
दिशाहीन पथ पर सिर्फ़ हमें तो चलाया गया।
भ्रम, भय के मकड़ जाल में जकड़ कर तब हमें
पाखंड का सिर्फ़ हमें मूक अनुयायी बनाया गया।
आचार विचार तर्क वितर्क से वंचित रखा गया
कर्म की गति, स्वर्ग नरक से नियंत्रित किया गया।
समाज में निम्नतम स्तर का भाव हमको दिया गया
शिक्षा, दीक्षा, अध्ययन से कोसो दूर किया गया।
इक मसीहा के द्वारा इन बेड़ियों को तोड़ा गया
संघर्ष के बल पर हमे साक्षरता...