।।कहानी।।
कितनी बाते कैद हैं मन में बोलूं किसको,
जो राज़ भरे पड़े हैं मन में खोलू किधर,
सुनाऊं किसको मैं अपनी कहानी।
आखिर कौन सुनेगा मुझको कौन संभालेगा मेरी आंसू को,
जो तड़प हैं मेरे सीने में जो दर्द हैं मेरे ज़ख्मों में,
कौन दवा देगा मुझको।
तुमने बोला था तुम सुनोगे संभालोगे,
मगर जब सुनाना चाहा तुमने सुना नहीं,
संभाला मैने ख़ुद को ख़ुद से।
आंसू भी आए फिर आंखे भी अब सुख गई,
दर्द जो उठा मन में वो सब अब मामूली बन गई।
मैं रोते-रोते चुप और बहुत चुप हों गई,
अब कभी नहीं सुन पाओगे तुम मेरी आवाज,
नहीं कभी देख पाओगे तुम मेरी मुस्कान।।...
© ।। साक्षी_बर्मन।।
______________________________
शीर्षक:-।।कहानी।।
#मेरी कविता #poet #poem
#writtenbyme
#WritcoQuotes #Writco
#writco
जो राज़ भरे पड़े हैं मन में खोलू किधर,
सुनाऊं किसको मैं अपनी कहानी।
आखिर कौन सुनेगा मुझको कौन संभालेगा मेरी आंसू को,
जो तड़प हैं मेरे सीने में जो दर्द हैं मेरे ज़ख्मों में,
कौन दवा देगा मुझको।
तुमने बोला था तुम सुनोगे संभालोगे,
मगर जब सुनाना चाहा तुमने सुना नहीं,
संभाला मैने ख़ुद को ख़ुद से।
आंसू भी आए फिर आंखे भी अब सुख गई,
दर्द जो उठा मन में वो सब अब मामूली बन गई।
मैं रोते-रोते चुप और बहुत चुप हों गई,
अब कभी नहीं सुन पाओगे तुम मेरी आवाज,
नहीं कभी देख पाओगे तुम मेरी मुस्कान।।...
© ।। साक्षी_बर्मन।।
______________________________
शीर्षक:-।।कहानी।।
#मेरी कविता #poet #poem
#writtenbyme
#WritcoQuotes #Writco
#writco