मोहब्बत और समझाइश
खुशियों के कार्ड अब स्क्रैच होते नहीं
विचार सनम तेरे-मेरे अब मैच होते नहीं
जानता हूं रूह घायल ओर परेशां हैं
पर तेरी जिद मुझ पर हावी हमेशा है
करती हो वही तुम जो मुझे पसंद नहीं
दर्द दिल में बहुत,और चैन की नींद नहीं
मैं तेरी एक आवाज में तैनात हूं हमदम
इन दिनों में भी परेशान बहुत हूं हमदम
तेरे सांचे में ढ़लने बहुत प्रयत्न करता हूं
ना दूर रह सकता "प्यार" बहुत करता हूं
तुझे जो पसंद है , उसी में जीना सीखूंगा
पति के सांचे में जीने का सलीका सीखूंगा
तुमने चंद दिनो से प्रेम संबोधन नहीं किया
मुझसे दूर रहकर भी जरा चिंतन न किया
एक दिन सब रिश्ते कुछ पल ताक में रखना
मेरा तड़पता हुआ दिल अपने हाथ में रखना
तुम्हें मेरे प्यार का सच्चा एहसास तब होगा
मेरी अहमियत क्या है, आभाश तब होगा
सब कुछ ठीक करने का अब प्रयास मेरा है
तुम्हारे न होने की आहट जीवन"धुआं"सा है
तुम जीवन जीओ वैसा ,जैसी मन मेंआशा है
जिम्मेदारियां में सारी बखूबी खूब निभाउंगा
जिस पर हाथ रख दोगी वही वस्तु में लाउंगा,
तुम ना रहोगी तो भी ,हरदम तेरे साथ रहूंगा
तुम धड़कन बनी रहना ,मैं तेरे जज्बात रहूंगा
वस्तु दुनिया की...
विचार सनम तेरे-मेरे अब मैच होते नहीं
जानता हूं रूह घायल ओर परेशां हैं
पर तेरी जिद मुझ पर हावी हमेशा है
करती हो वही तुम जो मुझे पसंद नहीं
दर्द दिल में बहुत,और चैन की नींद नहीं
मैं तेरी एक आवाज में तैनात हूं हमदम
इन दिनों में भी परेशान बहुत हूं हमदम
तेरे सांचे में ढ़लने बहुत प्रयत्न करता हूं
ना दूर रह सकता "प्यार" बहुत करता हूं
तुझे जो पसंद है , उसी में जीना सीखूंगा
पति के सांचे में जीने का सलीका सीखूंगा
तुमने चंद दिनो से प्रेम संबोधन नहीं किया
मुझसे दूर रहकर भी जरा चिंतन न किया
एक दिन सब रिश्ते कुछ पल ताक में रखना
मेरा तड़पता हुआ दिल अपने हाथ में रखना
तुम्हें मेरे प्यार का सच्चा एहसास तब होगा
मेरी अहमियत क्या है, आभाश तब होगा
सब कुछ ठीक करने का अब प्रयास मेरा है
तुम्हारे न होने की आहट जीवन"धुआं"सा है
तुम जीवन जीओ वैसा ,जैसी मन मेंआशा है
जिम्मेदारियां में सारी बखूबी खूब निभाउंगा
जिस पर हाथ रख दोगी वही वस्तु में लाउंगा,
तुम ना रहोगी तो भी ,हरदम तेरे साथ रहूंगा
तुम धड़कन बनी रहना ,मैं तेरे जज्बात रहूंगा
वस्तु दुनिया की...