न जाने कहां ब्यौराई ब्यौराई घूम रही है । ये हंसी बड़ी बेवफा सी है।
हर दर्द दिल में आता है ,कुछ घाव करके
फ़िर उसे जाना ही पड़ता है मेरा दिल अब
ऐसा है जहां कोई नहीं टिक पाता है।
ये हसी ये सपने मेरे जरा कसकर गले
लगा जरूरत तेरी है । कोई चाहे मुझे
कितना भी दर्द दे ,तेरी एक झपकी
जरूरी है समझी न तू भले न चाहे
मेरी खुशी लेकिन तू मेरी ही है।
आजकल गैरों के झोली में गिरने का मन
बनाया है , पागल है क्या तू वो सब अजनबी है।
ये मेरी हसी में तेरी अपनी हूं तू मुझे
भूलकर क्या पायेगी ये वक्त मेरा
है और उसमें भी तेरा होना ज़रूरी है।
न जाने कहां ब्यौराई ब्यौराई घूम
रही है ,ये हसी मेरी मेरे चेहरे पर
आ मेरे सपनों को भी तेरी चाहत है।
अब ये न कहना तू बिजी है देख
मुझे मालूम है तेरी...
फ़िर उसे जाना ही पड़ता है मेरा दिल अब
ऐसा है जहां कोई नहीं टिक पाता है।
ये हसी ये सपने मेरे जरा कसकर गले
लगा जरूरत तेरी है । कोई चाहे मुझे
कितना भी दर्द दे ,तेरी एक झपकी
जरूरी है समझी न तू भले न चाहे
मेरी खुशी लेकिन तू मेरी ही है।
आजकल गैरों के झोली में गिरने का मन
बनाया है , पागल है क्या तू वो सब अजनबी है।
ये मेरी हसी में तेरी अपनी हूं तू मुझे
भूलकर क्या पायेगी ये वक्त मेरा
है और उसमें भी तेरा होना ज़रूरी है।
न जाने कहां ब्यौराई ब्यौराई घूम
रही है ,ये हसी मेरी मेरे चेहरे पर
आ मेरे सपनों को भी तेरी चाहत है।
अब ये न कहना तू बिजी है देख
मुझे मालूम है तेरी...