...

2 views

तुम रहोगे जिधर
खुबसुरत राहों का सफर देखेंगे
तुम रहोगे जिधर ना ऊधर देंखेंगे

प्यार तुमसे हमारा कभीं कम ना हुआ
भरकर आंखों में आंसू मांगा है बस दुआ

अब अपनी दुआ का असर देखेंगे
तुम रहोगे जिधर ना ऊधर देखेंगे

कितनो वर्षों से गमों को पालते रहे
सारी दुनियां सिर्फ तुमको ढुंढते रहे

मिले खुशियां जिधर अब ऊधर देखेंगे
तुम रहोगे जिधर ना ऊधर देखेंगे

अब बहुत सारे सपने सजा लिए है हम
आत्मविश्वास कभीं ना होगा अब कम

अब बहारों से सजा ये शहर देखेंगे
तुम रहोगे जिधर ना ऊधर देखेंगे।।