प्यार या सपने?
प्यार करना गुनाह है,
हर ब्रेकअप इसका गवाह है।
दिल टूटकर 'दिल लगाने की' ये सज़ा है,
नादान लोग फ़िर भी कहते हैं कि इस दर्द में भी मज़ा है।
प्यार करना पाप है,
मत करना वरना बहुत पछताओगे।
अपनी मंज़िल चुनो और उसी पर ध्यान दो,
सच कह रही हूं, बहुत आगे जाओगे।
कभी पूछना किसी टूटे दिल से,
"क्या मिला उनके पास जाकर?"
जवाब मिलेगा, "कुछ नहीं यार,
नहीं था अपनी कैटेगरी का घर!"
कभी पूछना ये भी उससे,
"अगर मौक़ा मिले ये सब भुलाकर आगे बढ़ने का तो?"
जवाब मिलेगा, "सपने पूरे करने हैं इस बार,
अधूरे रह गए थें जो!
पता है कि आसान...
हर ब्रेकअप इसका गवाह है।
दिल टूटकर 'दिल लगाने की' ये सज़ा है,
नादान लोग फ़िर भी कहते हैं कि इस दर्द में भी मज़ा है।
प्यार करना पाप है,
मत करना वरना बहुत पछताओगे।
अपनी मंज़िल चुनो और उसी पर ध्यान दो,
सच कह रही हूं, बहुत आगे जाओगे।
कभी पूछना किसी टूटे दिल से,
"क्या मिला उनके पास जाकर?"
जवाब मिलेगा, "कुछ नहीं यार,
नहीं था अपनी कैटेगरी का घर!"
कभी पूछना ये भी उससे,
"अगर मौक़ा मिले ये सब भुलाकर आगे बढ़ने का तो?"
जवाब मिलेगा, "सपने पूरे करने हैं इस बार,
अधूरे रह गए थें जो!
पता है कि आसान...