प्यार की रश्मियां।
सुबह होते ही आ जाती हैं ,
उसके प्यार की रश्मियां।
प्रकाशित हो जाता है प्रेम का दीया,
भर जाता है प्यार हमारे दरमियाँ।
ऐसा नहीं कि वह
दूर हो जाता हो रात को।
मगर दिल तो समझ लेता है,
हर जज्बात को।
सांसारिक दूरियां और मजबूरियां
रात जब बहुत सतातीं हैं।
तब उसकी यादों की रश्मियां,
थपकियां दे-देकर प्यार से सुलातीं हैं।
अटल, अमिट और अमर है,
हमारा प्यार।
रब ने दिया है ऐसा दिलदार।
हर जनम चाहता है,
बस सिर्फ और सिर्फ
उसी का संग ,उसी का प्यार।
© 💕ss
उसके प्यार की रश्मियां।
प्रकाशित हो जाता है प्रेम का दीया,
भर जाता है प्यार हमारे दरमियाँ।
ऐसा नहीं कि वह
दूर हो जाता हो रात को।
मगर दिल तो समझ लेता है,
हर जज्बात को।
सांसारिक दूरियां और मजबूरियां
रात जब बहुत सतातीं हैं।
तब उसकी यादों की रश्मियां,
थपकियां दे-देकर प्यार से सुलातीं हैं।
अटल, अमिट और अमर है,
हमारा प्यार।
रब ने दिया है ऐसा दिलदार।
हर जनम चाहता है,
बस सिर्फ और सिर्फ
उसी का संग ,उसी का प्यार।
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