ज़ख्म
ज़ख्म है बहुत ही गहरे है
मगर ठीक है यह मेरी
महोब्बत के है
इनको पूछो जो कैसी जलन दे रहें
इनसे पूछो कि क्यों तुम यहां हो लगे
तो ये और ही गहरे उतर जाते है
उनकी यादों में हम को डूबा जाते है
हमको अंदर ही अंदर जला जाते है...
मगर ठीक है यह मेरी
महोब्बत के है
इनको पूछो जो कैसी जलन दे रहें
इनसे पूछो कि क्यों तुम यहां हो लगे
तो ये और ही गहरे उतर जाते है
उनकी यादों में हम को डूबा जाते है
हमको अंदर ही अंदर जला जाते है...