ऊर्जा...
तेरी नज़र ही अगर मुझसे जुदा है
तो इसमें मेरी क्या गिला है
तू खुद से ही खफा है
तो इसमें मेरी क्या गिला है
तू ढूनना तो मुझे चाहता है
पर फिर भी
जाने अंजाने ही सही...
तो इसमें मेरी क्या गिला है
तू खुद से ही खफा है
तो इसमें मेरी क्या गिला है
तू ढूनना तो मुझे चाहता है
पर फिर भी
जाने अंजाने ही सही...