वो
हदें हुईं ख़त्म उनकी, बे-सुरूर वो हुए,
मौत रही बेनाम मगर मशहूर वो हुए.
सोचा ना था कभी पर वाकया ये यूं हुआ,
क़िस्मत नहीं मेरी मगर दस्तूर वो हुए.
नाशुक्री में है मज़ा, जो भी किया मेरे लिए,
बिन शुक्रिया के भी मेरे मश्कूर वो हुए.
दिल में...
मौत रही बेनाम मगर मशहूर वो हुए.
सोचा ना था कभी पर वाकया ये यूं हुआ,
क़िस्मत नहीं मेरी मगर दस्तूर वो हुए.
नाशुक्री में है मज़ा, जो भी किया मेरे लिए,
बिन शुक्रिया के भी मेरे मश्कूर वो हुए.
दिल में...