ये कुछ दिन
हैं बस ये कुछ दिन,
फिर ना दिखाई दुंगी कहीं,
नई रंगीनियों से घिरे होगे तुम,
नए रंगों से रंगे, नई उम्मीद लिए,
फिर कोई मिले...
फिर ना दिखाई दुंगी कहीं,
नई रंगीनियों से घिरे होगे तुम,
नए रंगों से रंगे, नई उम्मीद लिए,
फिर कोई मिले...