वो यादें....
मां की उंगली थामे school तक मेरा वो सफर..
पहला दिन नई लोग और वह मेरी beautiful सी teacher..
ना डर था ना कोई फिकर
School के नाम पर मिल गया था नया घर
वो yaaro की यारी और वो tiffin का डब्बा
कर रखा था हमने भी class की आखरी bench पर कब्जा
Lunch के वक्त फैली वो आचार की खुशबू की क्या बात थी..
Class में teacher के ना आने की खुशी भी बेहिसाब थी..
Maths का समझ ना आया था कभी कोई फंडा...
Teacher भी पीछे कहां हटती थी देती थी copiyo में बड़ा बड़ा अंडा..
Class में सो जाया करते थे कभी कभी..
Home work ना करने पर punishment मिलती थी..
Principal office के सामने खड़े रहते थे हम सभी
यादें.....
ही तो है जो रह गई हैं उन किताबों में दबी
ना भूल पाऊंगा उन यादों को जिंदगी में कभी...
वो दिन school के भूले नहीं बुलाते रह जाती है बनकर वह सारी दिल में जैसे गुजरी हुई कल की यादे.....
© ll_alfaaz_ll
पहला दिन नई लोग और वह मेरी beautiful सी teacher..
ना डर था ना कोई फिकर
School के नाम पर मिल गया था नया घर
वो yaaro की यारी और वो tiffin का डब्बा
कर रखा था हमने भी class की आखरी bench पर कब्जा
Lunch के वक्त फैली वो आचार की खुशबू की क्या बात थी..
Class में teacher के ना आने की खुशी भी बेहिसाब थी..
Maths का समझ ना आया था कभी कोई फंडा...
Teacher भी पीछे कहां हटती थी देती थी copiyo में बड़ा बड़ा अंडा..
Class में सो जाया करते थे कभी कभी..
Home work ना करने पर punishment मिलती थी..
Principal office के सामने खड़े रहते थे हम सभी
यादें.....
ही तो है जो रह गई हैं उन किताबों में दबी
ना भूल पाऊंगा उन यादों को जिंदगी में कभी...
वो दिन school के भूले नहीं बुलाते रह जाती है बनकर वह सारी दिल में जैसे गुजरी हुई कल की यादे.....
© ll_alfaaz_ll