🌹प्रेम संजीवनी 🌹
मिलने की चाहत है
मेरी चाहत में हों तुम
अपनी जुल्फों को कैसे संवारू
तुम्हारी उँगलियों की जरूरत है
अपने गालों की लालिमा कैसे छुपाऊ
ये तुम्हारी निगाहों से आयी है
अपने जज्बातों को कैसे रोकू...
मेरी चाहत में हों तुम
अपनी जुल्फों को कैसे संवारू
तुम्हारी उँगलियों की जरूरत है
अपने गालों की लालिमा कैसे छुपाऊ
ये तुम्हारी निगाहों से आयी है
अपने जज्बातों को कैसे रोकू...