...

6 views

गीता का ज्ञान: हर युग की पहचान
अरे ओ केशव, मैं हौं कलि,
सत्ययुग को असुर, शैतान वही।
शंखासुर बन कै, सिंधु हिलायौ,
धरणी डुबायौ, सब देख आयौ।

हर युग मैं आयौ, तुझसे लरायौ,
जिहाँ दीप जलायौ, अंधकार बढ़ायौ।
तेरो सत्य, मेरो झूठ, यो खेल पुरानो,
हर बार मैं आयौ, तूने हरायौ।

फेर त्रेता मैं आयौ, दशानन बन छायौ,
दुनियाँ कांपी नाम ते, रावण कहायौ।
कलियुग मैं फेर आयौ, पाप बढ़ायौ,
धर्म ने मिटायौ, जग ने चौंकायौ।
पेड़ गिरायौ, नदी सुखायौ,
तेरी गीता ने झुठलायौ,
तेरे...