दिल की कसक
आंखें है होती आज मेरी नम
और बहते आज आंसू है
जो तू समझे तो है मोती
और जो तू समझे तो वह पानी है
नहीं पाई जीवन में खुशी
सहारा रहे मेरे वही गम
जो तू समझे तो है तकदीर मेरी
जो तू समझे तो बस यही कहानी है
दोस्ती का ना कभी एहसास ही हुआ
दुश्मनों का सिलसिला ना कभी कम हुआ
इश्क मोहब्बत भी कोसों दूर रहे
बेबसी का आलम ना कभी कम हुआ
जो तू समझे तो अनुभव मेरी उम्र का
जो तू समझे तो यही मेरी जवानी है
© InduTomar
और बहते आज आंसू है
जो तू समझे तो है मोती
और जो तू समझे तो वह पानी है
नहीं पाई जीवन में खुशी
सहारा रहे मेरे वही गम
जो तू समझे तो है तकदीर मेरी
जो तू समझे तो बस यही कहानी है
दोस्ती का ना कभी एहसास ही हुआ
दुश्मनों का सिलसिला ना कभी कम हुआ
इश्क मोहब्बत भी कोसों दूर रहे
बेबसी का आलम ना कभी कम हुआ
जो तू समझे तो अनुभव मेरी उम्र का
जो तू समझे तो यही मेरी जवानी है
© InduTomar