समय बड़ा बलवान है
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
न जाने क्यों उदासियों का हीं साया है
पतझड़ है मायूसी है...
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
न जाने क्यों उदासियों का हीं साया है
पतझड़ है मायूसी है...