एक और ख़ता कर दो!!
ढेरों बातें कर ली दो दिलों ने
अब कुछ मौसमी समा बांध दो,
बनकर बादल गहरा प्रेमभरा
अतरंगी बेरंग धुंध को साफ़ कर दो,
बरसा दो बूंदें प्रणय वर्षा की,
बुझे मन के मेह को जागृत कर दो,...
अब कुछ मौसमी समा बांध दो,
बनकर बादल गहरा प्रेमभरा
अतरंगी बेरंग धुंध को साफ़ कर दो,
बरसा दो बूंदें प्रणय वर्षा की,
बुझे मन के मेह को जागृत कर दो,...