मेरी बहना
बहनें हैं मेरी जान से प्यारी है वो हमारी राजदुलारी,
ख़ामोश रहते हैं उनके सामने लेकिन वो पढ़ लेती है खामोशी हमारी,
मुसीबतें उन पर कभी नहीं आने देते हैं आखिर में वो जान हमारी,
दोस्तों की कमी महसूस नहीं होती हमें आखिर बहनें सच्ची दोस्त हैं हमारी,
कहने को कोई लफ्ज नहीं है हमारे पास पढ़ लेती हैं वो चेहरे को हमारी,
और कुछ कह नहीं पाऊंगा बहनों के लिए मैं वो सांस है हमारी।
ख़ामोश रहते हैं उनके सामने लेकिन वो पढ़ लेती है खामोशी हमारी,
मुसीबतें उन पर कभी नहीं आने देते हैं आखिर में वो जान हमारी,
दोस्तों की कमी महसूस नहीं होती हमें आखिर बहनें सच्ची दोस्त हैं हमारी,
कहने को कोई लफ्ज नहीं है हमारे पास पढ़ लेती हैं वो चेहरे को हमारी,
और कुछ कह नहीं पाऊंगा बहनों के लिए मैं वो सांस है हमारी।